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Free FD Calculator Hindi | मुफ़्त FD कैलकुलेटर हिंदी

FD कैलकुलेटर

अपने निवेश की योजना बनाएं! FD पर मिलने वाले ब्याज और परिपक्वता राशि की सटीक गणना करें। बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करके सबसे अच्छा रिटर्न चुनें।

FD कैलकुलेटर

FD निवेश: पूरी जानकारी समझें आसान भाषा में

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में सबसे लोकप्रिय और सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। यह न केवल आपके पैसे को सुरक्षित रखता है बल्कि निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न भी प्रदान करता है। FD में आप एक निश्चित अवधि के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस में पैसा जमा करते हैं, और बदले में आपको पूर्व निर्धारित दर पर ब्याज मिलता है। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो जोखिम मुक्त निवेश चाहते हैं।

FD कैसे काम करता है?

जब आप FD खोलते हैं, तो आप बैंक को एक निश्चित राशि एक निर्धारित अवधि के लिए देते हैं। बैंक आपको इस राशि पर पहले से तय ब्याज दर देता है। FD की खासियत यह है कि ब्याज दर खोलते समय तय हो जाती है और पूरी अवधि में वही रहती है, भले ही बाजार में दरें घटें-बढ़ें। अवधि पूरी होने पर आपको मूल राशि और ब्याज मिल जाता है।

FD के मुख्य लाभ:
- निश्चित और स्थिर रिटर्न
- जमा राशि पर बीमा सुरक्षा (DICGC द्वारा ₹5 लाख तक)
- आपातकाल में समय से पहले निकासी का विकल्प
- सीनियर सिटीजन को अधिक ब्याज दर
- लोन के लिए गिरवी रखने की सुविधा
- कर बचत के विकल्प (5 साल की टैक्स सेविंग FD)

FD ब्याज गणना के प्रकार

1. चक्रवृद्धि ब्याज (Cumulative FD): ब्याज को FD में जोड़ दिया जाता है और अगली अवधि के लिए ब्याज की गणना मूल राशि और संचित ब्याज दोनों पर की जाती है। यह सबसे अधिक रिटर्न देता है।
2. मासिक ब्याज भुगतान: हर महीने ब्याज आपके खाते में जमा हो जाता है। उपयोगी है जिन्हें नियमित आय चाहिए।
3. त्रैमासिक/अर्धवार्षिक/वार्षिक भुगतान: ब्याज हर 3/6/12 महीने बाद भुगतान किया जाता है।
4. साधारण ब्याज: कुछ संस्थान छोटी अवधि के FD पर साधारण ब्याज देते हैं।

बैंक 1 वर्ष (%) 3 वर्ष (%) 5 वर्ष (%)
SBI 6.80 7.25 7.50
HDFC Bank 7.00 7.50 7.75
ICICI Bank 7.00 7.50 7.75
Post Office 7.10 7.30 7.70
Senior Citizens 7.50-8.00 8.00-8.50 8.25-8.75

FD निवेश के लिए स्मार्ट टिप्स

1. अवधि चुनें: लंबी अवधि के FD पर आमतौर पर बेहतर दरें मिलती हैं, लेकिन अपनी नकदी आवश्यकताओं को ध्यान में रखें।
2. ब्याज भुगतान आवृत्ति: यदि आपको नियमित आय चाहिए तो मासिक/त्रैमासिक ब्याज चुनें, अन्यथा चक्रवृद्धि FD चुनें।
3. बैंक की साख: छोटे बैंक अधिक ब्याज दे सकते हैं, लेकिन DICGC बीमा सीमा (₹5 लाख) का ध्यान रखें।
4. कर प्रभाव: FD ब्याज पर आपकी टैक्स स्लैब के अनुसार TDS काटा जाता है।
5. सीनियर सिटीजन: यदि आप 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं तो आपको 0.25%-0.75% अतिरिक्त ब्याज मिल सकता है।
6. FD लैडरिंग: बड़ी राशि को अलग-अलग FD में विभाजित करें ताकि आपात स्थिति में सभी FD तोड़ने की जरूरत न पड़े।

FD से संबंधित महत्वपूर्ण बातें

- समय से पहले निकासी: अधिकांश बैंक FD समय से पहले तोड़ने पर 0.5%-1% कम ब्याज देते हैं।
- ऑटो-रिन्यूअल: FD परिपक्वता के बाद स्वतः नवीनीकृत हो सकता है, इसलिए समय पर चेक करें।
- नॉमिनी: FD खोलते समय नॉमिनी जरूर नामित करें।
- कर बचत FD: 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कर कटौती मिलती है, लेकिन इसमें लॉक-इन पीरियड होता है।
- ऑनलाइन FD: अधिकांश बैंक अब ऑनलाइन FD की सुविधा देते हैं जिसमें बेहतर दरें मिल सकती हैं।

यह FD कैलकुलेटर आपको सटीक रूप से अनुमान लगाने में मदद करेगा कि आपकी FD परिपक्वता पर कितनी राशि मिलेगी। बस निवेश राशि, ब्याज दर और अवधि दर्ज करें, और कैलकुलेटर आपको विस्तृत परिणाम दिखाएगा। इससे आप विभिन्न बैंकों की दरों की तुलना कर सबसे अच्छा निवेश विकल्प चुन सकते हैं।

FD निवेश पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. FD पर ब्याज की गणना कैसे की जाती है? +
2. क्या FD पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह सुरक्षित है? +
3. FD पर कितना टैक्स लगता है? +
4. क्या FD समय से पहले तोड़ सकते हैं? इसके क्या नुकसान हैं? +
5. FD में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखें? +

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